राष्ट्रीय गीत: देशभक्ति की भावना और महत्व | NewsRpt
राष्ट्रीय गीत: भारत की आत्मा की अभिव्यक्ति
राष्ट्रीय गीत किसी भी देश की संस्कृति और इतिहास का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। वे देशभक्ति की भावना को जागृत करते हैं और नागरिकों को एक साथ जोड़ते हैं। भारत में, राष्ट्रीय गीत 'वंदे मातरम' और राष्ट्रीय गान 'जन गण मन' दोनों ही महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं।
हाल ही में, इंदौर के भारत माता मंदिर की चर्चा हुई, जहाँ मंत्रों और श्लोकों के बजाय राष्ट्रीय गीत गूंजते हैं। यह मंदिर देशभक्ति की अनूठी अभिव्यक्ति का प्रतीक है। 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, मंदिर में भारी भीड़ उमड़ती है, जहाँ माता-पिता अपने बच्चों को भारत माता के दर्शन कराते हैं और राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं।
राष्ट्रीय गान 'जन गण मन', जिसे रवींद्रनाथ टैगोर ने लिखा था, मूल रूप से 'भारतो भाग्य बिधाता' नामक एक बांग्ला गीत का पहला छंद है। इसे पहली बार 27 दिसंबर 1911 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गाया गया था। 24 जनवरी 1950 को इसे संविधान सभा द्वारा राष्ट्रीय गान के रूप में अपनाया गया।
बच्चों को राष्ट्रीय गान सिखाना
बच्चों को राष्ट्रीय गान सिखाना महत्वपूर्ण है ताकि वे अपने देश के प्रति सम्मान और प्रेम की भावना विकसित कर सकें। उन्हें गीत के अर्थ और महत्व के बारे में बताना चाहिए।
- बच्चों को धीरे-धीरे और स्पष्ट रूप से गीत सिखाएं।
- उन्हें गीत के शब्दों का अर्थ समझाएं।
- उन्हें बताएं कि राष्ट्रीय गान क्यों महत्वपूर्ण है।
राष्ट्रीय गीत और राष्ट्रीय गान हमारे देश की पहचान हैं। हमें उन्हें सम्मान देना चाहिए और आने वाली पीढ़ियों को उनके महत्व के बारे में सिखाना चाहिए।